मेरा देश, एक समझ
मेरा देश, एक समझ


मेरा भारत महान, क्या है ये सिर्फ
राष्ट्रवादियों के कहने भर की बात
आइये जांचते हैं इस दावे को आज
देते हैं आपको ज्ञान की नयी सौगात
जीरो के आविष्कार की बात तो छोटी
गणित की कठिन हर पहेली सुलझाई
फिबोनाच्ची, पाइथागोरस से कहीं पहले
पिंगला, बौधायन पढ़ो, जान लोगे भाई
न्यूटन से पंद्रह सौ साल पहले अपने
ब्रह्मगुप्त ने गुरुत्वाकर्षण समझाया
सुपरनोवा का ज़िक्र तो कर्नाटक के
पत्थरों पर खुदा वैज्ञानिकों ने है पाया
सर्जरी की शुरुआत यहाँ पर हुई है
सुश्रुत ऋषि को सबने मान लिया है
चरक और पतंजलि के ज्ञान को अब
स्वास्थ्य जगत ने खूब पहचान लिया है
और भई, वेद, उपनिषदों के क्या कहने
जितनी बार पढ़ो, समझ का होता विकास
आज की पीढ़ी ये सब ध्यान से पढ़ ले तो
भारत विश्व गुरु बनेगा इसकी पूरी है आस
वैसे ज्यादा डींगे हाँकना बिलकुल होता है गलत
गणेश जी प्लास्टिक सर्जरी से न बने, समझिये ये
अच्छे से पढ़िए, पढ़ाइये असली ज्ञान को
मेरा भारत अब भी महान, मजाक न बने ये
नयी शिक्षा नीति आई है, करो स्वागत इसका
कई विषय एक साथ पढ़ो, अब नर नारी
रोजगार भी बिलकुल मिलेगा, डरो नहीं
विज्ञान आधारित संस्कृति की है तैयारी।