मेहनत
मेहनत
किसान, मजदूरों से पूछो ज़रा
कितनी मेहनत वो करते हैं
अंग अंग टूट जाने पर भी
मेहनत करने से पीछे न वो हटते हैं
कुछ ऐसे भी हैं लोग यहां जो
ऐशो आराम में रहते हैं
बिना कोई काम किए ही
थके थके से रहते हैं।
किसान, मजदूरों से पूछो ज़रा
कितनी मेहनत वो करते हैं
अंग अंग टूट जाने पर भी
मेहनत करने से पीछे न वो हटते हैं
कुछ ऐसे भी हैं लोग यहां जो
ऐशो आराम में रहते हैं
बिना कोई काम किए ही
थके थके से रहते हैं।