मधुशाला
मधुशाला
मधुशाला बन गए बार
हाला बन गए प्याला ,
पियक्कड़ बन गए शराबी ,
खतम हुई मधुशाला!
कहलाती थीं पहले
अंगूर की बेटी अलबेली ,
अब हो गई व्हिस्की रिस्की
रम भगाता गम है कहते!!
वोदका, वाइन ,व्हिस्की
अब इसके आगे चलती न किसकी ,
देशी से विदेशी पर आ गए,
यहां भी अंग्रेज छा गए।