मैं श्रृंगार तेरा बन जाऊँ
मैं श्रृंगार तेरा बन जाऊँ
तू मुझमें शामिल है, मैं तुझमें समां जाऊँ
कुछ कर दे ए खुदा बस उसका ही बन जाऊँ
कुछ दूर अभी मंजिल है
बस थोड़ा सा है चलना बाकी
इश्क की राह में भी होते हैं रंग काफी
तू मुझसे लिपट जाये, मैं तुझे सारा रंग जाऊँ
कुछ बाकी है तो जान ले,
खुद से ज्यादा तू मुझे पहचान ले
गर आईना मेरा है तू, तो तेरा साया मैं बन जाऊँ
मेरे गीतों में तू ही शामिल है,
तुझसे ही मुझे सब हासिल है
गर मेरी प्रेम कहानी तू, तो तुझमें लफ्जों सा समा जाऊँ
मेरे गम में तू ख़ुशी है,
तू लगती मुझको हूबहू परी है
आ दुल्हन मेरी बन जा, मैं श्रृंगार तेरा बन जाऊँ