मैं किताब हूँ
मैं किताब हूँ
मैं किताब हूँ
मैं भूत, भविष्य और वर्तमान का
संकलन हूँ
मैं ज्ञान हूँ
मैं वो भंडार हूँ
जो कभी खाली नहीं होती,
मैं ही तुम्हारा यार हूँ
हां मैं किताब हूँ ।
मेरे अंदर अतीत का सबूत है,
मेरे अंदर भविष्य की कल्पना है,
मैं माध्यम हूँ
तुम्हारे ज्ञान का,
मैं जुनून हूँ
तुम्हारे खोज का,
मैं तुम्हारा हमसफ़र हूँ
हां, मैं किताब हूँ ।
मैं मंजिल हूँ
तुम्हारे सपनों का,
मैं सागर हूँ
अथाह ज्ञान का,
मैं नशा हूँ
हां मैं किताब हूँ ।