मैं हारा नहीं हूं
मैं हारा नहीं हूं




मैं हारा नहीं हूं,
थका नहीं हूं
बस थोड़ा रुक गया हूं,
सुंदर गलियां,
शांत वातावरण में
थोड़ा अपने को भूल गया हूं
मैं हारा नहीं हूं, थका नहीं हूं।
छोड़ दूंगा उन गलियों को,
बढ़ चलूंगा आसमान की तरफ,
तोड़ लेंगे उस तारे को
जो दूर है खड़ा,
फिर आकर उन गलियों
मैं चूम लूंगा खुशियों को,
इस खुशी में अपने भी
देंगे शायद साथ,
वह भी रहेंगे खुश हरदम।
मैं हारा नहीं हूं
थका नहीं हूं,
मैं जीतूंगा हरदम।