मैं चाँद तू चकोरा
मैं चाँद तू चकोरा
मैं चाँद तू चकोरा मेरे बिन तू अधूरा
जो तू मिल जाए मुझसे मैं हो जाऊँ पूरा
तेरे बिन जीने में है क्या बात मितवा?
बस तुझको दिल मेरा दे आवाज़ मितवा
तू भी भागे मेरी ओर मैं भी भागूं तेरी ओर
बांधे तुझको मुझको है कोई अनदेखी सी डोर
है बीच में शीशे कोई दीवार मितवा
बस तुझको दिल मेरा दे आवाज़ मितवा
तेरे मेरे बीच है जो दूरी जाने कैसे होगी पूरी
बस तुझको पुकारूँ तेरा रस्ता निहारू
जाने-आने का है ना कोई इंतजाम मितवा
बस तुझको दिल मेरा दे आवाज़ मितवा
तेरे प्यार के सताए हमने अंगारे भी खाए
दीदार तेरा जो पाया चिंगारी चाट के बुझाया
एक टुकड़ा है तेरा मेरे पास मितवा
बस तुझको दिल मेरा दे आवाज़ मितवा
तू रात का मुसाफिर मैं तेरा हमसफर हूँ
तू गुजरे जिधर से मैं जाता उधर हूँ
साथ मुश्किल है अपना पर है साथ मितवा
बस तुझको दिल मेरा दे आवाज़ मितवा।