STORYMIRROR

Anushree Goswami

Drama Romance

5.0  

Anushree Goswami

Drama Romance

मैं और तुम

मैं और तुम

1 min
12.2K


मैं पुष्प महल की साखी हूँ,

तुम रचना अनगिनत तारों की,


मैं ज़मीं का सितारा,

तुम आसमां का पौधा !


मैं दिन की जगमग,

तुम रात की महक,


मैं खाक से जन्मा,

तुम हवाओं में पली !


मैं खुशबू हूँ, छाँव भी देता हूँ,

तुम आकाश की, रोशनी हो,


मैं खिलकर प्यार बाँटता हूँ,

तुम टूटकर प्यार जताती हो !


अलग कितने हैं हम दोनों,

पर सुबह और शाम को,


जब मिलते हैं हम,

हम होते नहीं वहाँ,


फिर भी होते हैं हम !



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama