मानव-ज़रूरत-खत्म।
मानव-ज़रूरत-खत्म।
मानव! माँ भी है और नित 'नव' भाव भी।
ज़रूरत! ज़रूर ही कर देती प्रेम-'रत'।
खत्म! खत में नहीं नाम उसका भी
जिसने हटवाया 'तम'।
मानव-ज़रूरत-खत्म।
मानव! माँ भी है और नित 'नव' भाव भी।
ज़रूरत! ज़रूर ही कर देती प्रेम-'रत'।
खत्म! खत में नहीं नाम उसका भी
जिसने हटवाया 'तम'।
मानव-ज़रूरत-खत्म।