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SRINIVAS GUDIMELLA

Drama

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SRINIVAS GUDIMELLA

Drama

माँ

माँ

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जिसने मुझे जनम दिया

उसे करता हूँ मैं सलाम

उसने मुझे इतना प्यार दिया

बनके रहूँगा उसका ग़ुलाम।


एक बेटा अपनी माको याद करता है

उसकी याद में खुद को बर्बाद करता है।


वो ममता की मूरत है

वो खुदा की सूरत है।


पाला पोसा बड़ा किया

खुद जलने मुझे रौशनी दिया।


कैसे तारीफ़ करून मैं तेरा

तेरी याद है शाम सवेरा।


दूर है तू पर कितनी पास है

एक तू है अनमोल बाकी बकवास है।


तेरा प्यार है कितना सच्चा

मेरी माँ है कितना अच्छा।


तू क्या नहीं किया मेरे लिए

मई कुछ नहीं किया तेरे लिए।


निभाया है तू अपना फ़र्ज़

कैसे चुकाऊ तुम्हारा क़र्ज़।

खुश रहे तू सदा

तू है देवी तू है खुदा।


तू उनमें से नहीं जिसने मैं समझा

तू उनमें से है जो मुझे समझा।


अमर रहे ये अपना प्यार

याद करे सारा संसार।


एक बेटा अपनी माँ को याद करता है

उसकी याद में खुद को बर्बाद करता है !


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