माँ
माँ
शायद इस शब्द का पूरी तरह मतलब पता नहीं होता मुझे अगर में भी एक माँ न होती ।
शायद इस शब्द का पूरी तरह मतलब पता नहीं होता मुझे अगर मैं भी “माँ” आप जैसा न ज़ीती ।
देखा है मैंने मेरी माँ को घर के काम और हम सब का ध्यान रखते हुए और बाहर नौकरी भी ईमानदारी से करते हुए।
देखा है मैंने उसे हमें बचपन से बड़ा करते हुए, देखा है मैंने उसे अपनी नींदें हमारे लिए उड़ाते हुए,देखा है मैंने उसे अपनी कई इच्छाओं को अपने अंदर मारते हुए और देखा है मैंने उसे आज भी पुरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए ।
मैं भी एक माँ हूँ ।मैं जानती हूँ आजकल की रफ़्तार भरी दुनिया में मुझे भी अपने लिए भागना है , पर मैं यह भी समझती हूँ कि एक माँ का दायित्व क्या है
कभी कभी मैं चूक सकती हूँ , कभी कभी मैं थक ही सकती हूँ, पर मैं कभी भी हार नहीं सकतीं हूँक्यूँकि मैं भी एक माँ हूँ।
माँ आपके सपनों को सच किया है कुछ हद तक मैंने , पर आपका ऋण कभी न चुका पाऊँगी ये जाना है मैंने ।
माँ आप केबल एक माँ नहीं आप मेरी पूरी दुनिया हो ।