माँ तू कितनी भोली है।
माँ तू कितनी भोली है।
तू ही मेरी दुनिया है,
तू ही मेेरी जान,
तेरे बिना मेरी पूरी,
कायनात ही श्मशान।
जब भी चोट लगती मुुझेे,
तेरी डाॅॅॅट ही मेरा मरहम है,
तेरी खुशियाँ ही मेरी जिन्दगी,
तेरी चाहत ही मेरी मंजिल है।
सारे मेरे गलतियों को माफ करती,
ओ माँ तू कितनी भोली है।
जबसे मैने दुनिया देखी,
तेरी गोद ही मुझे सबसे प्यारी।
जब भी मेें रूठ जाता,
तेरा समझाना ही मेेरी दौलत है,
जब जब मेेँ रोया,
तेरा हसाना ही मेरा सहारा है,
जब जब मैंने कुछ नया सा किया,
तुझसे बातें ही मेेेरा हौसला है,
जब भी मेें कहीं जाता,
तेरी आँखें घर की देहलीज पर ही होती,
मेरा इतना खयाल रखने वाली,
ओ माँ तू कीतनी भोली है।
जब मुझे सर्दी होती तू ही मुझे दवा देती,
जब भी कोई मुसीबत मेेेरे पास आए,
उसे दुर सेे ही भगा देती,
छुट्टी पर जब होतेे सब,
माँ अकेले ही तूू काम करती,
सबका इतना ख्याल रखने वाली,
ओ माँ तू कितनी भोली है।