माँ का आँचल
माँ का आँचल
माँ ...
एक ऐसा शब्द जो हर पल दिल मे बसता है
जब भी कुछ याद करो सबसे पहले यही नाम आता है
कैसे बताऊँ माँ कितना सुकून है तेरे कलेजे मे
तूने मुझे अंगुली पकड चलना सिखाया
तूने ही आँचल की छाँव मे मुझे है पाला
जब भी आये कोई मुझ पर मुसीबत
छट से दूर कर मुस्काना सिखाया
इसलिए सबसे पहले यही शब्द याद आता है माँ
तूने ही गलत और सही का फर्क सिखाया
मैंने भगवान को नही देखा माँ
तुझे ही उसकी झलक दिखती है माँ
हो जाऊं कभी परेशान छट से दूर कर समस्या
गले से मुझे है लगाया
क्या कहूँ तेरे बारे में जन्नत है
तेरे कदमों मे यह समझ आया।