मां भारती की वंदना
मां भारती की वंदना
वंदन-नमन-अभिनंदन बारम्बार करते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।
ज्ञान-ध्यान का दीप जला अरदास करते हैं
तन-मन-धन सब कुर्बान करते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।
सुपथ चलते हम सदा कुपथ का त्याग करते हैं
निज जीवन नहीं कोई गलत काम करते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।
खंडित कभी न हो हिंद की अखंडता
दिल में बस यही अरमान रखते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।
कबीर-सूर-तुलसी जिसका यशगान करते हैं
हिंदवासी जिस पर जां निसार करते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।
मेरे हिंद के जैसा नहीं कोई दूजा वतन
ये हम नही लोग सकल जहान कहते हैं
मां भारती को हम प्रणाम करते हैं।