लोरी
लोरी
सपनों के सागर में डुबकी लगाने
नींद के पलना में सोने चली
मेरी प्यारी नन्ही परी।
किस मोती से होगी सुबह
किस उजली किरण से खेलेगा मन
पहेली सुलझाते खिलते-खिलाते
सोने चली मेरी प्यारी नन्ही परी।
सपनों के यान में बैठी
बादलों के पंख लगा उड़ती चली
परियों की दुनिया में
हँसते-हँसाते सोने चली
मेरी प्यारी नन्ही परी।
पत्तों के बिछोने पर
गालों को सहलाती तितलियों संग
भौरों की गुंजन में सोने चली
मेरी प्यारी नन्ही परी।
अरमानों की कश्ती बनाने
सपनों की गली
मस्त हो कर चली
मेरी नन्ही परी
सोने चली मेरी प्यारी नन्ही परी।
खुशियाँ न छूटे
गुड़िया न रूठे
गुड़िया को मनाने चली
मेरी नन्ही परी।
पलने पर सोने चली
मेरी प्यारी नन्ही परी।।