क्यों करते थे सहज
क्यों करते थे सहज
क्यों करते थे सहज बात
जब करना ही था,
विश्वासघात
जब कुछ न
हुआ इससे भी प्राप्त
तो दोषी मुझे बनाया।
तूने ऐसा प्रेम निभाया।
क्यों करते थे सहज बात
जब करना ही था,
विश्वासघात
जब कुछ न
हुआ इससे भी प्राप्त
तो दोषी मुझे बनाया।
तूने ऐसा प्रेम निभाया।