क्या लड़की होना है गलती??
क्या लड़की होना है गलती??
समझ कर हमें गुड़िया,
उजाड़ दी हमारी दुनिया।
महकना था बनके फूल,
कर दिए हमारे सारे सपने चूर।
क्या था हमारा कसूर,
कर दिया जो अपनों से दूर।
बनना था मां बाप का सहारा,
पर तोड़ दिया ख्बाब हमारा।
शायद लड़की होना है हमारी गलती,
जिसकी हमें सज़ा है मिलती।
क्यों हमें जिंदा है जलाते,
क्यों हमें इस तरह है तड़पाते।
कहां है हमारी जिंदगी,
क्यों है हम पर इतनी पाबंदी।