कश्मीर भारत का मुकुट
कश्मीर भारत का मुकुट
एक राष्ट्र दो संविधान
कैसे संभव भारत का
कश्मीर अभिभाज्य अंग।।
स्वार्थी और गद्दारों की
कुटिल चाल ,गुलाम
विकृति मानसिकता भारत के कश्मीर
वेदना का इस्लाम ।।
प्रतिदिन पत्थर बाजी करते नौजवान
घांटी जैस इस्लाआतंकीआतंकवाद।।
जन्म स्थान सन इकहत्तर में भाषा से
बंट गया दो देशों में पाकिस्तान।।
अपनी साजिश कुटिता से शुरू
किया छद्म युद्ध आतंकवाद हथियार।।
आतंक बाद की मानसिकता का
इस्लाम करता कुरान का बेजा इस्तेमाल।।
भारत में भी कम नही कुछ आस्तीन में छुपे सांप।।
भारत ने मान पहचान दिया इज़्ज़त शोहरत सारे अरमान दिया।।
फिर भी कश्मीर के भोले भाली
जनता की बलि चढ़ाते जय जय
इस्लाम।।
धोखे और मक्कारी के कई तौर तरीके आयाम ।।
कभी बम बारूद धमाकों से तबाही का करते एलान।।
पराजित हुए ना जाने कितनी बार फिर भी
कारगिल में कर डाला नापाक इरादों का संग्राम।।
कश्मीरी पंडित को घर से बेघर कर डाला इज़्ज़त आबरू रौंदा।।
धन संपत्ति कब्जा कर कश्मीरी पंडित अपने ही घर राष्ट्र में शरणार्थी बना डाला।।
कश्मीरी पंडित कश्मीर कीसंस्कृति सांस्कार कश्मीरियत की पहचान शान।। भारत की मर्यादा आस्था का मान
कुछ ना बोला पी गया जहर सा
अपमान जैसे शंकर का विषपान।।
भारत जब सन सैंतालीस मेंआज़ाद हुआ कश्मीर भारत का अभिभाज्य अंग साथ।।
भूल हुई धारा तीन सौ सत्तर अपनी
भूलों से एक हिंदुस्तान एक राष्ट्र
दो संविधान हुआ।।
अन्याय अत्याचार की उम्र बहुत लंबी नही होती
खुदा भगवन भी कश्मीर में
शर्मसार हुआ।।
नारायण कहो या ख़ुदा,जीजस ,
जानो या पैगम्बर नर में नारायनः नर में नरेंद्र का प्रादुर्भाव ।।
कहते है ईश्वर घट घट में वासी
ईश्वर नर रूप में अवतारी नर नरेंद्र मानव सत्ता में
खुदा जीजस भगवान ने स्वयं अवतार।।
जन्म ही जिसका भारत से हिंदुस्तान
बने राष्ट्र की गौरव गरिमा का महायज्ञ
कठिन चुनौतिया स्वीकार।।
गद्दारों के नापाक इरादे दंम्भ भरते
धारा तीन सौ सत्तर गर हुआ समाप्त।।
खून की नदियां बह जाएंगी यदि मात्र
प्रयास हुआ।।
नर नारायनः साक्षात नर नरेंद्र शाह अमित भारत के कौटिल्य चाणक्य
की साहस शक्ति धारा तीन सौ सत्तर आर्टीकल पैंतीस समाप्त हुआ।।
कश्मीर जकड़ी जंजीरों
गद्दारों के मकड़ जाल से आजाद
हुआ ।।
ना कोई रक्त पात ना ही शोर
शराबा शांत शौम्य राष्ट्र भारत ने
अपनी आतीत की भूलो का क्या
शानदार किया सुधार।।
नमन तुम्हे है राष्ट्र के नायक
साहस शक्ति दृढ़ता से माँ
भारती की मर्यादा कश्मीर से
माँ भारती का किया सृंगार ।।