कोश्चन मार्क
कोश्चन मार्क
मैं देश की नाक हूं
करती अच्छे काम हूं
रखती अपने काम से काम हूं
सबको मुझ पर मान है
सत्य ही मेरा ईमान है
तुम सब को यह बताने आई हूं
अवनी को बचाने आई हूं
पानी से सबको प्यार है
फिर भी इसका यह हाल है
जीते जिसके दम पर हैं
उसके ही अस्तित्व पर
आज कोश्चन मार्क है
पेड़ है तो संसार है
पानी है तो जान है
इसीलिए तो सब का यह हाल है
मुझ को कल दिखता है
इसीलिए आईना दिखाने आई हूं
सब की तकलीफ़ हल्की करने आई हूं
तकदीर का हाल सुनाने आई हूं