कोरोना
कोरोना
हर तरफ है हाहाकार
ये कोनसा है नया अवतार
पशुओं से इसे प्यार है
इंसानों से तकरार है
मनुष्य को आइना दिखा रहा
साफ रहने की सीख सीखा रहा
इसे दैत्य कहे या दानव
समझ नहीं पा रहा मानव
खासी होते ही घबरा रहे सब
जानवर को नोचा समझ ना आया तब
अब एक दूसरे से दूर रहे
घर में रहे ये सबसे कहे
कोरॉना का रोना
अब मत रोना
बचाव ही उपचार है
तभी उसकी हार है
हाथ भी धोना
दिल का मैल भी धोना
लोगो से मत मिलना
पर लबो को मत सिलना
खुद को बचाए
नया जीवन पाए
इसने जो सिखाया उसे ना भुलाए
अपने जीवन में शुद्धता आजमाए
आत्म बल है मजबूत
नहीं देना किसी को कोई सबूत
कोरोना की हार
सुरक्षित हर परिवार।