कोरोना से डरो ना!
कोरोना से डरो ना!
सालों से बटी है ये दुनिया हिस्सों में,
सुना है हमने ये हमेशा किस्सों में
कभी जात - पात, कभी धर्म के नाम पे,
या ऊंच नीच और सरहद के नाम पे
इस बार भी है दुनिया बटी फिर से,
पर इस बार सारा जहां है फंसा हम जैसे
कोरोना महामारी है नाम इसका,
जान लेवा बीमारी है पहचान इसका
बचने के लिए ना कोई दवा,
जिसको हुआ समझो वो मरही गया
अगर इस से जीतना है तो हमें लडना होगा,
बिना घर से निकले, एक दूसरे से दूर रहना होगा
पहली दफा दुनिया है बटा सब के भले के लिए,
ध्यान से हर जगह में तीन ज़ोन है किए
लाल वो, जो है खतरे से भरा,
यहां बाहर निकलना है तो बचके ज़रा
पीले ज़ोन में खतरा उतना ज्यादा नहीं,
पर घूमने लगो बेफिक्र इसका ये मतलब नहीं
हरे ज़ोन में है काफी कुछ अच्छा,
पर फिर भी ध्यान रखो अपना और सब का
इस महामारी में है सब बराबर के हिस्सेदार,
जब फैलने लगेगा तो होंगे सब ही भागेदार
साफ़ और सुरक्षित खुद के घर पे रहो ना,
दूरी निभाके भी साथ लड़ेंगे हम, कोरोना से डरो ना।