ख्याल
ख्याल
आते जाते रहना,
इस कदर ख्यालों में हमारे
कि जब जाओ, तो हम कहे,
लौट के कब आओगे,
लौट कर जब आओ ,
तो चंद ख्याल और ले आना,
क्योंकि ख्यालों में ही है,
अब तमाम उमर गुजारना
ख्यालों का ये कारवां,
इस कदर लम्बा हो,
जी भर के जी ले
कि कम सारा जीवन पड़ जाये,
हम तुम्हारे ख्यालों में गुम जाये,
आने और जाने का होश न रहे,
ये मदहोशी यूँ ही रहे,
कभी होश न आये,
होश आया तो संभल न पायेंगे,
संभाल लेना तुम,
ख्यालों में ही सही,
वरन् तन्हाई में हम मर जायेंगे.....
वरन् तन्हाई में हम मर जायेंगे......