खूबसूरती
खूबसूरती
खूबसूरती तो सब में है,
भगवान ने उनकी सृष्टिमें
सारी चीज़े खूबसूरत ही बनाई हैँ!
पौधों और पेड़ों से लेकर के,
नदियों और पहाड़ों तक ;
सब कुछ सुंदरता से भरा है।
सुंदरता तो देखने वाले की आंखों में है।
कुछ चीज़े किसीको खूबसूरत लगती है,
जबकि वही चीज किसी और को,
इतनी खूबसूरत नहीं लगती|
वास्तविक सौन्दर्य भौतिक रूप में नहीं है।
उम्र के साथ शारीरिक सुंदरता दूर हो सकती है।
लेकिन दिल की खूबसूरती निराली है।
यह बढ़ता रहती है।
एक दयावान इंसान और दयावान हो जाता है!
एक व्यक्ति के अच्छे कार्य,
चारों ओर सकारात्मकता फैलाती हैं;
और इसकी सुंदरता शानदार होती है।
असली सुंदरता किसी के चेहरे में नहीं होती;
लेकिन उनके कर्मों में होता है ।
दिल का खूबसूरत होना जरूरी है,
और उस में छल कपट नहीं होना चाहिए ।
अंत में लोग हमें हमारे कर्मो के वजह से याद रखेंगे ;
नाकि हमारे चेहरे के बजह से!
हमें अच्छे कर्म करने चाहिए
और एक अच्छा इंसान बनना चाहिए!