खुशनुमा पल
खुशनुमा पल
कोरोना से पहले का खुशनुमा पल.....
एक अरसे के बाद आज सुबह से मुलाकात हुई,
भूल चुकी थी मैं, उसकी हर एक बात,
उन हंसीं लम्हों की वापस से बरसात हुई,
एक अरसे के बाद .......
वो पंछियों का चहचहाना पंख फैला दूर तक उड़ जाना
न कोई सरहद, न कोई बहाना,
बड़ी ही सुंदर आज सुबह की शुरुआत हुई।।
हवा का वो ताजापन, वो चिड़ियों की चहक
पहली बारिश के बाद वाली मिट्टी की महक
अनकही अनसुनी ,भूली बिसरी हर बात हुई.....
एक अरसे के बाद।।