खुशी का पिटारा
खुशी का पिटारा
नानी के गोदी में कहानी सुनना,
बगीचे में अमरूद के पेड़ पर चढ़ना,
रात को मां की लोरी से सोना,
पापा के कंधों पर सैर करना,
नाना के संग जलेबी खाना,
दादा के संग भजन सीखना,
दादी के हाथ की खीर खाना,
भाई के संग लड़ना-झगडना,
दोस्तों के साथ की हंसी - मस्ती,
बरसात के दिनों की कागज़ की कश्ती,
ये सब है करीब मेरे दिल के,
ये है मेरी यादें अनमोल से,
उदासी में लूं मैं इनका सहारा,
इनसे है भरा मेरी खुशी का पिटारा !