खलिश
खलिश
कभी किसी का दिल ऐसे ना दुखाओ की
कि वो छोड़ कर चले जाए
अहसास तुम्हें तब नहीं होगा
पर बाद में एक खलिश सी रह जाती है
तुम लाखों बार माफ़ी मांगते रहो पर
वो लोग साथ नहीं होते
रूठो को मनाया जा सकता है
पर जिन्हें फरक नहीं पड़ता उन्हें कैसे मनाओगे
समय रहते रोक लो उसे।