कभी खुशी कभी गम
कभी खुशी कभी गम
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खुशी या गम
चलते संग संग
तान जिंदगी।
भरोसा नहीं
सदैव बदलता
वक्त प्रबल।
मिलती खुशी
दूजे पल है गमी
अज़ब खेल।
जरूरी नहीं
जो चाहा वही मिले
प्रभु की मर्जी।
आते आते ही
हाथ से फिसलना
किस्मत खेल।
जिसने सीखा
गम में मुस्कुराना
है सिकंदर।
समय संग
चलने का प्रयास
दृढ़ निश्चयी।
मुस्कुराओ जी
खुशी या फिर गम
रहो प्रसन्न।
शुक्रिया खुदा
जो साथ सदा दिया
खुशी या गम ।