कभी छांव कभी धूप
कभी छांव कभी धूप
आज अचानक घने बादल छाए,
तापमान घिरा,
ठंडी हवाएं,
चलने लगी,
बारिश छमाछम होने लगी,
झट सेे छाता निकाला,
अपने आपको बारिश से बचाया,
दूर क्षितिज की ओर,
देखनेे लगा,
ऐसा मनमोहक दृश्य,
मई में,
कम ही देखने को मिलता।
थोड़ी देर के बाद,
बादल फटा,
सुरज ने दिए दर्शन,
फिर से तापमान चढ़ा,
पसीना आने लगाा,
ये आंंख मिचौली का खेल,
शुरू हो गया।