जो तेरे और मेरे बीच में है
जो तेरे और मेरे बीच में है
जो तेरे और मेरे बीच में है
कहीं इत्तेफाक बनके ना रह जाए
आ मिटा दें यह दूरियां
कहीं ये एक जज़्बात
बनके ना रह जाए।
कह दूं तुझे वो दिल की बात
और सुन लो जो तेरे दिल में है
फिर चाहे पहले सा ना रहे
हमारे बीच वो सब कुछ
पर कम से कम यह एक मुलाकात
बनके ना रह जाए।
बहुत जान लिया हमने एक दूसरे को
मैंने तुझे और तूने मुझे
अच्छे से है परख लिया
आ इस रिश्ते को अब एक नाम दे दें
कहीं ये गुमनाम बनके ना रह जाए।
हिम्मत मुझे भी करनी है
और हौंसला तेरा भी कुछ कम है
पर आज भी अगर हम चुप रहे
तो कहीं रिश्ता हमारा
दोस्ती का उड़ा हुआ
लिबास बनके ना रह जाए।