जन्मदिन विशेष
जन्मदिन विशेष
मैंने कहा लेखनी से,
लिख दे पंक्तियां चार।
काका जी तक पहुंचा सकें जो,
मेरा आदर और प्यार।
सुना जो नाम आपका,
छूट गई वो हाथ से मेरे,
मानो कुछ कहने में,
झिझक रही हो।
पल भर ठहरी,
फिर बोल पड़ी वो,
कैसे करुं मैं उनका बखान?
हृदय में मां सरस्वती के,
हो जिनका विशेष स्थान।
कह दो मां शारदा से, उतर कर धरा पर,
आप ही करें, निज लाडले का गुणगान।