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संजय कुमार

Abstract

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संजय कुमार

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जिसने भूमि को चमकाया।

जिसने भूमि को चमकाया।

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जिसने भूमि को चमकाया

जिसने मानव जीवन है, बचाया

जिसने देश में हरियाली लाया

जिसने किरणों से है, टकराया

जिसने धूम में पानी खूब बहाया

जिसने देश पर जीवन बरसाया

जिसके बिन न हमने जीवन पाया

जिसने बिन हम आगे बढ़ पाएं

उसके आगे हम सदा झुक जाएं

उस पर हम सदा फूल बरसाएं


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