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Dinesh Dubey

Abstract

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Dinesh Dubey

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जिंदगी

जिंदगी

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कई मौके देती है जिंदगी,

कई नई उम्मीदें जगाती है,

दिन में भी सपने दिखाती है,

कभी नए उजाले दिखाती है।


कभी हर पल वो तरसाती है,

कभी खुशियों की डोर थमाती है,

कभी दुख में खूब सताती है,

कभी सुख की चैन सुलाती है।


ये जिंदगी का है ताना बाना,

इस से कभी ना तैश दिखाना,

कभी अर्श पर ये पहुंचाती है,

कभी फर्श पर ला पटकती है।


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