जिंदगी
जिंदगी
दिल आईना है
दिल जज्बे का दरिया और
समंदर दिल जज्बे का शांत
तूफान।।
दिल नाज़ुक नादां नादान
लम्हा लम्हा बात बात परेशान
दिल का टूटना आईने जैसे टुकड़े
कि बात।।
गर आईने पड़ जाए कोई
दाग़ आईं ना हो जाता खुद में
अधूरा जैसे जिंदगी गम का साथ।।
दिल रिश्तों कि दुनिया
प्यार मोहब्बत नफरत
दौलत हुस्न इश्क चाहत की
मयान।।
दिल रिश्तों के बीच मस्त
हस्ती लम्हा लम्हा खुशियों
का सम्यक साथ।।
रिश्तों से ही दिल को मिलते
जख्म दिल के घाव।।
ना बिखरा ना टूटा दिल
चिटके आईं ने जैसा गम
जख्म से बोझिल दिल।।
चिंगारी सा जलता रहता
धुआं धुंध का गुब्बार जाने
कब बन जाए दिल ज्वाला
गुब्बार।।
दिल के घावों का मरहम भी
दिल जज्बे कि बात
टूटे आईं ना जैसा दिल के घाव।।
नहीं लौट कर आते रिश्ते पल
जिनसे मिलते दिल के घाव।।