जिन्दगी
जिन्दगी
कल मुझसे मिली जिन्दगी
मुस्कराई थोड़ा सा इतरायी
चिढ़ कर मैं बोला क्यों इतना तड़पाया .
यूँ तन्हा मुझे छोड़ा ...
न इस तरह नाराज हो
हैरान परेशान हो
एक नया सबक तुम्हे मिला
गलतियो से सीख
दो पल की जिन्दगी
यूं ही न जाए बीत । ।
कल मुझसे मिली जिन्दगी
मुस्कराई थोड़ा सा इतरायी
चिढ़ कर मैं बोला क्यों इतना तड़पाया .
यूँ तन्हा मुझे छोड़ा ...
न इस तरह नाराज हो
हैरान परेशान हो
एक नया सबक तुम्हे मिला
गलतियो से सीख
दो पल की जिन्दगी
यूं ही न जाए बीत । ।