जिंदगी
जिंदगी
मौत से पहले एक बार फिर
जिंदगी मिलेंगे तुम से कहीं !
चढ़ती उतरती इन साँसों में
नब्ज़ थमती है कभी कहीं !
और मुस्कुरा कर के यूं ही
जिंदगी चल पड़ती है कहीं !
वादा था मिलेंगे हम उनसे
किसी मोड़ पर फिर कहीं !
कदम बोझिल सांसें टूटी थीं
फिर भी ना रुके थे हम कहीं !