जिन्दा होने का अहसास
जिन्दा होने का अहसास
पड़ोस में हुई
मौत पर जाने पर
जिन्दगी का अहसास होता है
हम जिन्दा हैं
और
मौत तक जाना है
इस बात का
ज्ञान होता है
और
श्मशान घाट से लौटते ही
हो जाता है ये ज्ञान ओझल
सत्य तो ये है
हम मौत के सत्य को
नकार रहे हैं
नकार रहे हैं इन्सान की
इन्सानियत को
लक्ष्यविहीन सी जिन्दगी
इस संसार में
पैण्डुलम सी हिलाये जा रहे हैं।
वरना
हर रोज मौत को और करीब
और
जिन्दगी को दूर ले जा रहे हैं
क्योंकि
बिना जीवन मूल्यों के
जीवन
समान है मृत शव के
माना मरना आसान नहीं
पर हर रोज मरने वाला
मरने वाले दिन
क्या खाक मर पाता है
जिएँ ऐसे, कि कल ही हो अंत।
सीखें ऐसे, कि जीवन हो अनंत।।