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Kavita Sharrma

Abstract

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Kavita Sharrma

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जिम्मेदारी

जिम्मेदारी

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 अपने लिए खुद जिम्मेदार बनें 

खुद के लिए आत्मनिर्भर बनें 

किसी पर निर्भर रहकर 

इंतजार करना पड़ता है 

अपने काम के लिए मुंह तकना पड़ता है 

कभी कभी एहसान भी स्वीकार करना पड़ता है 

बेहतर है अपनी जिम्मेदारी लेकर जीना 

अपनी नजरों में ऊंचा उठकर जीना 


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