जीवन यात्रा.....
जीवन यात्रा.....
गुजरता हर पल, ज़िन्दगी के फलसफे सीखा देता है
ना उलझना चाहे लाख कोई, फिर भी उलझा देता है।
एक हकीकत है ज़िन्दगी, कोई फ़साना नहीं......
आंखें खुली हो या बंद, फिर भी सपने दिखा ही देता है।
वक़त कहां चलता है..... जिन्दगियां रूक जाती हैं
सिमट जाता है हर पल, पल पल को उलझा देता है।
कुरुक्षेत्र हैं चहुं ओर, युद्ध तो लड़ना ही पड़ेगा
चले ना चले, हथियार चलाना सीखा ही देता है।
क्या छोड़े ईश्वर के लिए, सब कुछ खुद ही सहना है
ये होंसला, ज़िन्दगी की हर उलझन सुलझा देता है।
जो मिला वो कम भी, बेचैन है सुकून क्यूं नहीं
ग़म भी है, खुशी खुशी भी, बस यही सब जीना सीखा देता है।
रस्ते मिलते हैं ग़म में भी, खुशी से भी, कई ठहराव भी आते हैं
बस यही उतार चढ़ाव जिंदगी के सफ़र में चलना सीखा देता है।