जीवन से तो अच्छा
जीवन से तो अच्छा
निकले थे घर से कुछ सुंदर सपने सजाये
बीच राह से लौट आये तूफान के डर से
जिंदगी का ये सफर है कितना कठिन
चलते रहो तो मंज़िल मिले थम गये तो हार
खुश रहना सीख लो साथी और मिल जाएंगे
दुखी रहोगे गर तुम साथ निभाये ना कोई
दोस्ती कर लो सबसे नफरत दूर भगाओ
प्यार की राह पर ही चलकर जिंदगी मुस्कुराये
अमन शांति की भाषा सब के मन को भाए
आतंकियों को भला कौन अपने गले लगाए
सोच कर भी दिल घबराता है
जहां जवान रोज रोज शहीद हो रहे हो
क्या हाल होता है उनके परिवार का
जाने कितने आंसू वो छुपाते होंगे
छलनी होता होगा माँ का सीना
फिर भी बहादुरी पर अपने बेटे की नाज़ होता होगा
इस जिंदगी में क्या रखा है
जहां हर पल दर्द ही दर्द लिखा रखा है
निजात मिल जाये इस जिंदगी से तो अच्छा
इंसान ही इंसान का दुश्मन हुआ है
ना ही अपनो पर भरोसा रहा
ना ही गैर रहे भरोसे के काबिल
हर ओर है खून खराबा
आतंक ही आतंक है फैला हुआ
नही बक्शा जाता जहां रक्षा करने वालो को
ऐसी जिंदगी जी कर क्या फायदा
निजात मिल जाये इस जीवन से तो अच्छा