Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

जीवन और मृत्यु का संघर्ष

जीवन और मृत्यु का संघर्ष

1 min
340


जीवन और मृत्यु के बीच में 

बस इतना सा फसाना है

आज जो कुछ भी है 

सब गुमनामी में हो जाना है।।


एक अनजान सी राह में 

अनजान है लोग सारे

कुछ पल की ज़िन्दगी में

बेईमान है लोग सारे।।


कुछ खुद से बेईमानी करते है

कुछ खुद के लिए करते है

एक अनजानी सी जंग के लिए

एक दूसरे से बैर करते है।।


कुछ लोग हिन्दू है यहां

कुछ लोग है मुसलमां

आखिर इस दुनिया में

अब कौन बचा है इंसान।।


ज़िन्दगी की कीमत अब 

कुछ नहीं है यहां

एक अनजानी सी जीत के लिए

लोग हो जाते है क़ुर्बान ।।


जीवन और मृत्यु के बीच में

बस इतना सा फसाना है

आज जो कुछ भी है

सब गुमनामी में हो जाना है।।



Rate this content
Log in