जीओं हजारो साल
जीओं हजारो साल
जिओं हजारो साल
देकर जन्म दिन की बधाईयां इस साल,
दोस्तोंने खडा किया संगीन सवाल,
जीतने आसमान में चाँद-सितारे,
आप जुग-जुग जीओं उतने साल.
दिल में मेरे मच गया बवाल,
दोस्तों के सवाल का निकला हल,
मैं जीऊंगा उतने साल,
जब तक सर पर काले घने बाल.
मैं जीऊंगा उतने साल,
जब तक जवान रहेगीं मेरी खाल,
हलके पवनसे ना बिगडे मेरी चाल,
तंदुरुस्ती बने रहे मेरी ढाल.
जब तक देख सकूंगा अपने आखों से,
उसकी प्यार भरी आखों का कमाल,
मिलके करेंगे शरारत और धमाल.
मैं जीऊंगा दोस्तों उतने साल,
मैं जीऊंगा उतने साल,
जब तक देख सकूंगा पल-पल,
उसके हंसते-खिलते हुयें खीले-खीले गाल,
हवाओं में लहराते बिखरे-उलझे बाल.
मैं जीऊंगा उतने साल,
जब तक मेरे वाणी में रहे मायाजल,
हंसीना को देखकर अक्सर हर पल,
बिगडती रहे ये मतवाली चाल.
मैं जीऊंगा उतने साल,
समय की दस्त्क बतायेंगी पुरे हयें साल,
अभी मेरी जवानी और कर्म है बेमिसाल,
मैं क्यों सोचु जिना है कितने साल?.
जन्मदिन का नहीं रुकेगा ये सिलसिला,
जब-तक यार दोस्त बढाते रहेगें मेरा हौसला.
यार दोस्तों को ना मुझसे कोई गिला शिकवा,
वे देते रहे उनका स्नेह और दुआ हर साल.
मैं उसी समय संसार को करुगां अलबिदा,
जीस दिन संसार को मुझे से होगा गिला,
फिर मैं बिना कुछ कहे दुनिया से चला,
चाहे कहते रहे दोस्त आप जीवो हजारो साल।