जीना सीखो
जीना सीखो


खुद बच्चा बनकर देखो प्यार महसूस हो तो
किसी की प्यास बुझा कर देखो भूल जाओ अपने गम को
अकेले में गुनगुनाओं कभी हौसलों की उड़ान में
अपने मकसद को मिलाकर देखो संघर्ष को समझना है तो
ठोकर खाकर संभलो कभी समझो अहसासों को सब की
ईर्ष्या द्वेष मिटा कर देखो होना है सफल ज़िन्दगी में तो
मन के डर को हटाकर देखो काम आ जाए जीवन दूसरों के
ऐसा हुनर खुद में लाकर देखो अंधकार घिरा हो निराशा के
तब उम्मीद की रोशनी जगा कर देखो जीना है जिंदगी सुकून से तो
दूसरों की जगह खुद को रख कर देखो।