मैंने ख्वाब बिखरते देखे हैं, इन अमीरों की अदालत में। मैंने ख्वाब बिखरते देखे हैं, इन अमीरों की अदालत में।
कहां गलत रही मैं बाबा, कहां गलत रही मैं ? कहां गलत रही मैं बाबा, कहां गलत रही मैं ?