इश्क पैमाना
इश्क पैमाना
कोई हुस्न के जाम का दीवाना।
कोई इश्क जुनून के पैमाने का परवाना !!
बेवफा मोहब्बत से घायल कोई।
दर्द कि दवा, दुआ ,शराब का मैखाना!!
हर इंसा नशे में डूबा, कहीं दौलत ही
मैखाने का पैमाना!!
किसी के हाथ ग़म का पैमाना मैखाना।
किसी कि ख़ुशियों कि खुशबू मैखान पैमानाा।।
दीवानों को शाम ढलने का इंतजार।
शमा रौशन हुई महफिल हुई गुलजार!!
किसी कि ना खुशी ना ग़म जिंदगी।
लम्हा ,लम्हा सांसों ,धड़कन का पैमाना ही मैखाना!!
मैखाने को कद्रदानाे का इंतजार!
दुनियाँ का दीवाना, परस्तिश कि तमन्ना का
परवाना ही मैखाना!!
हर कोई जिन्दगी के शौक, मस्ती कि तलाश में
इधर उधर खोजता मैखाना पैमाना!!
किसी का हुस्न का गुरुर मैख़ाना पैमाना!!
न पैमाने में नशा, न मैखाने में नशा।
जिंदगी के मकसद के जज्बे में डूब जाने में नशा!!