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Dinesh Dubey

Romance

4  

Dinesh Dubey

Romance

इशारों इशारों में

इशारों इशारों में

1 min
420


इशारों इशारों में  

पता नहीं क्या कह गई 


मेरी आंखों को सपने से भर गई 

कुछ देर पहले था बड़े सुकून में

वह दिल में कुछ दर्द सा भर गई 


मेरा शांत मन हिलोरे लेने लगा 

कितने हसीं ख्वाब देखने लगा 

इशारे इशारे में वो क्या कह गई 


मेरे अरमानों को झोंके दे गई

सतरंगी ख्वाबों में डूबो गई

एक बंजर जमी में प्यार के 

कपोल वह ऊगा गई।


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