हवा का झोंका
हवा का झोंका
हम भी कभी
उनके अपनों में आते थे,
वो उठकर ढूंढते थे हमें
जब भी उनके सपनों में आते थे,
फिर जाने क्या हुआ
ना कोई खता हमसे हुई,
ना बेवफाई उन्होंने की
दूर जाने लगे वो हमें बिना बताए,
पूछा जो दिल ने उनसे इस बेरुखी का कारण
वो मुस्कुराए और बोले
किसी को जबरदस्ती
खुद से बांधा नही करते,
मैं तो हवा का झोंका हूं,
हवा के झोंको को कभी थामा नहीं करते!!