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Kavita Sharma

Abstract

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Kavita Sharma

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हरितिमा

हरितिमा

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हरितिमा है छाई प्रकृति में 

हर दिशा है मुसकाई 

चारों ओर घने दरख्तों ने

सुंदरता है बढ़ाई

खेतों में लहलहाती फसलों ने

किसान की चिंता है मिटाई

सैनिक की वर्दी ने भर दिया

देश प्रेम की भावना से उसके मन को 

हरा रंग उत्साह और समृद्धि को बढ़ाए

ईश्वर को भी इसीलिए तो हरि नाम है भाए।



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