होली
होली
आई होली
शोर मचा चारो ओर
होली की आई भोर,
रंग गुलाल डाल लो
चहुं ओर मचा शोर,
कोई पिचकारी लेता
कोई ले रंग गुलाल
पानी की बर्बादी कर
हो गया है बुरा हाल,
काले पीले रंग रंगे हैं
चेहरे लगते जैसे भूत
कोई होली खुशी में
ले रहा शराब के घूट,
बच्चे, बूढ़े और युवा
डाल रहे जमकर रंग
कोई मस्त मस्त चले
पी रहा जैसे हो भंग,
होली फिर आएगी
इस आश में बैठे हैं
कुछ को धन घमंड
बात बात पे ऐंठे हैं।