होली का पैग़ाम
होली का पैग़ाम
कालिमा से छटी रात
पूनम खिले रंगीन
यौवन बिखरा चांदनी का
चाँद चमके देखो
मदमस्त हो हसीन
दहन हुआ अंधकार
दहन हुआ कातिल ये दर्द
जिससे भरा हृदय और श्वास
शायद
त्यौहार इसी का नाम है
शांति और प्यार
खुशियाँ ही इनका पैग़ाम हैं
होली के रंग
और दिलों में रौनक मुबारक
मुझे और आपको।