हो न हो
हो न हो
हम तो तुमसे प्यार करते रहेंगे,
तुम्हें प्यार हो न हो
सपनों के संग मचलते रहेंगे,
हक़ीक़त में तुम साथ हो न हो।
कुछ पल मिले थे प्यार के
उनकी खुमारी आज भी है,
हर पल दिल दिमाग़ पे छाये हो तुम
तुम्हारे पास एक पल की भी फुरसत हो न हो।
एक दिन में जितनी साँसें
उतनी बार मन लेता है
तुम्हारा नाम,
तुम्हारे पास एक पल की भी फुरसत हो न हो
कौन जाने मेरी ज़िन्दगी में
ये खुदा की रहमत या उसका कहर है
एक पल मन सजता है तुम्हारी यादों से,
दूसरे ही पल तुम्हारी यादें ज़हर हैं
पर कहीं न कहीं ज़िन्दगी मुझ पे
मेहरबान है कि मुझमें प्यार है
फ़िर किसी को इसकी क़दर हो न हो।
दुआओं में माँगती हूँ,
एक दिन तुम्हें भी ये एहसास हो
फ़िर उस एहसास में हम तुम्हारे साथ हो न हो।।